भारत में हर किसी को नहीं मिलेगा कोरोना वायरस का टीका, जानिए क्या कहा सरकार ने ? #कोरोनावेक्सीन #Covid-19

भारत में हर किसी को नहीं मिलेगा कोरोना वायरस का टीका

जानिए क्या कहा केन्द्र सरकार ने ?

नई दिल्ली, 01 दिसंबर : केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा है कि यदि खतरे वाले लोगों को टीका लगाकर कोरोना वायरस का ट्रांसमिशन रोकने में सफलता मिली तो शायद देश की पूरी आबादी को वैक्सीन लगाने की जरूरत नहीं पड़े। 

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि सरकार ने कभी पूरे देश को वैक्सीन लगाने की बात नहीं कही है। उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि ऐसे वैज्ञानिक चीजों के बारे में तथ्यों के आधार पर बात की जाए। ICMR के डीजी डॉक्टर बलराम भार्गव ने कहा कि देश में टीकाकरण वैक्सीन के प्रभाव पर निर्भर करेगा, और हो सकता है कि पूरी आबादी को इसे लगाने की जरूरत ही न पड़े।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि देश में अब तक 14.13 करोड़ कोविड-19 जांच की गई हैं। संक्रमित होने की दर 11 नवंबर को 7.15 प्रतिशत थी जो एक दिसंबर को 6.69 फीसदी रह गई। औसतन 10,55,386 कोविड-19 जांच रोज की गई हैं और नवंबर में औसतन 43,152 मामले रोज सामने आए।

 मंत्रालय ने बताया कि भारत में बीते सात दिन में प्रति 10 लाख की आबादी पर कोरोना वायरस के 211 मामले और दो मौतें दर्ज की गई है।

मंत्रालय ने बताया कि सीरम इंस्ट्टीयूट के परीक्षण के विपरीत प्रभाव के हालिया आरोपों पर सरकार ने कहा कि इससे टीके की समयसीमा पर कोई असर नहीं पड़ेगा। शुरूआती निष्कर्षों के आधार पर ऑक्सफोर्ड कोविड-19 टीके के परीक्षण को रोकने की आवश्यकता नहीं थी। 

एक नवंबर से एक दिसंबर के बीच जिन शीर्ष पांच राज्यों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में कमी देखी गई है वे हैं, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल,आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल। 

पंजाब, हिमाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश, हरियाणा और राजस्थान देश के पांच ऐसे शीर्ष राज्य हैं जहां पर एक नवंबर से एक दिसंबर के बीच कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में वृद्धि देखी गई।