छोटे व मझोले समाचार पत्रों को प्रभावित करना लोकतांत्रिक प्रणाली पर आघात :केशव दत्त चंदोला , एसोसिएशन ऑफ स्माल एंड मीडियम न्यूज पेपर्स ऑफ इंडिया की कार्यकारिणी की बैठक व अखिल भारतीय सम्मेलन सम्पन्न #ASMNI #राष्ट्रीयकार्यकारिणीबैठक

छोटे व मझोले समाचार पत्रों को प्रभावित करना लोकतांत्रिक प्रणाली पर आघात :केशव दत्त चंदोला

-एसोसिएशन ऑफ स्माल एंड मीडियम न्यूज पेपर्स ऑफ इंडिया की कार्यकारिणी की बैठक व अखिल भारतीय सम्मेलन सम्पन्न।

-छोटे व मझोले वर्ग के समाचारपत्रों की समस्याओं पर हुई चर्चा।

-अखबारी कागज से जी एस टी हटाने की हुई मांग।

-अखबार मालिकों की समस्याओं के निराकरण के लिये हेल्पलाइन जारी हुई।

जयपुर (राजस्थान): एसोसिएशन ऑफ स्मॉल एंड मीडियम न्यूजपेपर्स ऑफ इंडिया की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक व अखिल भारतीय सम्मेलन का आयोजन राजस्थान इकाई के तत्वावधान में होटल वेस्टा मौर्या में किया गया। 
 इस अवसर पर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव दत्त चंदोला ने कहा कि छोटे व मझोले समाचार पत्रों पर शिकंजा कसने के लिए केंद्र सरकार अथवा राज्य सरकारों ने जो कदम उठाए हैं वो छोटे व मझोले समाचार पत्रों पर अप्रत्यक्ष  रूप से आघात है । श्री चंदोला ने साफ तौर पर कहा कि जिस सरकार ने जब भी छोटे व मझोले समाचार पत्रों के विरुद्ध काम किया है वो सफल नहीं हुआ है बल्कि उन्होंने बुरा अंजाम भुगता है। इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने इसे लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए खतरा बताया।

उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि छोटे व मझोले समाचार पत्रों के विरुद्ध बनाई गईं गलत नीतियों  को तुरंत खत्म किया जाए।
  उप्र राज्य के अध्यक्ष श्याम सिंह पंवार ने कहा कि डी ए वी पी की नई नीति में कई ऐसे मानक बनाये गए हैं जिनसे साफ तौर पर जाहिर होता है कि वो छोटे और मझोले समाचार पत्रों के विरुद्ध एक साजिश है जिसे खत्म किया जाए। 

श्री पंवार ने कहा कि डी ए वी पी की नई नीति से मार्किग सिस्टम  को हटाया जाए व रीडर शिप प्रोफाइल के फार्म को हटाया जाए। यह भी मांग की कि विज्ञापन के निर्धारित कोटे के मुताबिक विज्ञापन जारी किए जाएं।

  एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव शंकर कतीरा ने केंद्र सरकार से अखबारी कागज (न्यूज प्रिंट) से जी एस टी हटाने की मांग रखी ।

 वहीं राजस्थान इकाई के अध्यक्ष डॉ अनंत शर्मा ने कहा कि कोविड के कारण छोटे व मझोले समाचार पत्र बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं अतः छोटे व मझोले वर्ग के समाचार पत्रों के उत्थान के लिए आर्थिक पैकेज जारी किया जाए।
 कार्यकारिणी के वरिष्ठ सदस्य अशोक चतुर्वेदी ने कहा कि कहा कि केंद्र सरकार को बेमतलब के नियमों को छोटे व मझोले वर्ग के समाचार पत्रों पर ना थोपा जाए।

 अनिल यादव ने कहा कि केंद्र सरकार ने छोटे व मझोले वर्ग के समाचार पत्रों का गला घोंटने का काम किया है। जबकि छोटे अखबार ही सच्ची व जमीनी खबरों को सबके सामने लाते हैं।

 इस मौके पर राजस्थान इकाई के द्वारा एशोसिएशन के सभी पदाधिकारियों को स्मृति चिन्ह भेंट किये गए और भव्य स्वागत किया गया। साथ ही छोटे व मझोले वर्ग के समाचार पत्रों के मालिकों की समस्याओं को हल कराने के लिए हेल्पलाइन नम्बर की घोषणा की गई। वहीं बृजेन्द्र प्रकाश हलचल ने उपसमितियां बनाने की बात रखी। 
 इस मौके पर मध्यप्रदेश से राजेन्द्र प्रसाद बिंजवे, गुजरात से शंकर कतीरा, मयूर बोरीचा, असम से किरी रॉन्ग हेंग, राजस्थान से डॉक्टर अनंत शर्मा, अमृता मौर्य, अशोक चतुर्वेदी, अनिल यादव, ब्रजेन्द्र प्रकाश हलचल, उप्र से इकाई अध्यक्ष श्याम सिंह पंवार, डी के मैथानी, शलभ जायसवाल, अरविंद यादव, भगवती चंदोला, के सी चंदोला, राजस्थान से गोपाल गुप्ता, अशोक सिंघल सहित अन्य लोग मौजूद रहे।