कोरोना की सबसे दुखद खबर: 8 करोड़ रुपये खर्च फिर भी किसान की मौत, 50 एकड़ जमीन भी बिक गई..लंदन के डॉक्टरों ने किया इलाज Corona's saddest news: Rs 8 crore spent yet farmer's death, 50 acres of land was also sold, Treated by doctors in London

कोरोना की सबसे दुखद खबर: 8 करोड़ रुपये खर्च फिर भी किसान की मौत, 

50 एकड़ जमीन भी बिक गई..

लंदन के डॉक्टरों ने किया इलाज

#Loktantrakiawaaz
रीवा (मध्य प्रदेश), 13 जनवरी: कोविड महामारी (Corona Pandemic) की तीसरी लहर की दहशत के बीच मध्य प्रदेश से कोरोना की सबसे दर्दनाक और दिल को झकझोर देने वाली खबर सामने आई है। जहां रीवा के जाने माने किसान धर्मजय सिंह (50) की मंगलवार रात कोरोना से मौत हो गई। दुखद बात है यह कि उनका परिवार इनके इलाज पर  8 करोड़ रुपए खर्च कर चुका था, लेकिन फिर भी वह नहीं बच सके। इस घटना के बाद से पूरे जिला में शोक की लहर दौड़ गई है। (Covid-19)

➡️ लंदन के डॉक्टर आते थे इलाज करने
दरअसल, किसान धर्मजय सिंह पिछले साल अप्रैल 2021 में कोरोना संक्रमित हुए थे। शुरुआत में उन्हें रीवा के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी हालात लगातार बिगड़ती जा रही थी तो परिवार के लोगों ने उनको एयर लिफ्ट करके चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां उनका करीब  254 दिन से लगातार इलाज चल रहा था। उनके इलाज के लिए लंदन के डॉक्टर मॉनिटरिंग कर रहे थे। उनको देखने लंदन से मशहूर डॉक्टर अपोलो अस्पताल आया करते थे।  उन्हें एक्मो मशीन पर रखा गया था। वहीं कई विदेशी डॉक्टर ऑनलाइन भी उनकी हालत पर ट्रीटमेंट की सलाह देते थे।

➡️ इलाज के लिए परिवार ने बेच दी 50 एकड़ जमीन
बता दें कि करीब एक साल तक चले इलाज के दौरान उनके परिवार ने 50 एकड़ जमीन को बेच दिया था। क्योंकि रोजाना उनके इलाज पर 3 लाख रुपए खर्च होते थे। बस सभी यही चहाते थे कि किसी तरह वह ठीक हो जाएं। लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी उनकी जान नहीं बच सकी। धर्मजय सिंह के पास 100 एकड़ से ज्यादा जमीन थी। घर लोग चाहते थे कि अगर वह जिंदा नहीं रहेंग तो यह जमीन किस काम की।
➡️ हर दिन तीन लाख रुपये हो रहे थे खर्च
सूत्रों के अनुसार, अस्पताल में एडमिट होने के बाद धर्मजय सिंह की हालत लगातार खराब होती जा रही थी। 8 महीने तक उनका इलाज चला और इस दौरान उन्हें एक्मो मशीन पर रखा गया था। इलाज पर हर दिन लगभग 3 लाख रुपये खर्च हो रहे थे। बता दें कि जब वेंटिलेटर भी फेल हो जाता है, तब मरीज को एक्मो मशीन पर रखा जाता है। इस मशीन से मरीज का खून बाहर निकालकर ऑक्सीजेशन किया जाता है और फिर वह खून दोबारा शरीर के अंदर भेजा जाता है।

➡️ मध्य प्रदेश सरकार कर चुकी थी उनको सम्मानित
धर्मजय सिंह रीवा ही नहीं प्रदेश और देश के जाने-माने किसान थे। धर्मजय सिंह ने स्ट्राबेरी और गुलाब की खेती को​ विंध्य में विशिष्ट पहचान दिलाई थी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 26 जनवरी 2021 को उन्हें सम्मानित किया था। वह खेती के साथ-सासथ समाज सेवा के लिए भी जाने जाते थे। इतना ही नहीं वो कोरोना काल में लोगों की सेवा करते समय संक्रमित हुए थे।

➡️ भाई ने बताई दुखद कहानी
धर्मजय के बड़े भाई प्रदीप सिंह ने उनके बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उनकी हालात में लगातार सुधार हो रहा था। लेकिन एक सप्ताह पहले अचानक उनका बीपी लो गया था। इसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें आईसीयू में भर्ती कर दिया। इस दौरान उन्हें ब्रेन हेमरेज हो गया था, जिसके चलते उन्हें वेंटिलेटर पर रखना पड़ा। एक समय वो पूरी तरह से ठीक हो गए थे, लेकिन अब वह दुनिया को अलविदा कह गए।

(Corona's saddest news: Rs 8 crore spent yet farmer's death) (50 acres of land was also sold)(Treated by doctors in London)