Punjab: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा में सेंध, लापरवाही स्वीकार नहीं, गृह - मंत्री अमित शाह बोले- मामले की जवाबदेही तय की जाएगी #Punjab #PrimeMinisterModi'ssecuritybreach #negligencenotaccepted #HomeMinister #AmitShah

Punjab: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा में सेंध

लापरवाही स्वीकार नहीं

गृह - मंत्री अमित शाह बोले- मामले की जवाबदेही तय की जाएगी

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नई दिल्ली, 05 जनवरी: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने कहा कि गृह मंत्रालय ने पंजाब में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में सेंध पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। सुरक्षा प्रक्रिया में इस तरह की लापरवाही पूरी तरह से अस्वीकार्य है और जवाबदेही तय की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi)की पंजाब के फिरोजपुर में होने वाली रैली स्थगित कर दी गई।
(Punjab: Prime Minister Modi's security breach, negligence not accepted, Home Minister Amit Shah said - accountability of the case will be decided)

पंजाब (Punjab) में आज हुई कांग्रेस-निर्मित घटना बताती है कि यह पार्टी कैसे सोचती और काम करती है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि लोगों द्वारा कांग्रेस को बार-बार नकारे जाने से यह पार्टी उन्माद के रास्ते पर चली गई है।

प्रधानमंत्री मोदी आज पंजाब में थे और उन्हें फिरोजपुर में कई विकास कार्यों का शिलान्यास करने के बाद एक रैली को संबोधित करना था। वह सड़क मार्ग से जाते समय एक फ्लाईओवर पर 15 से 20 मिनट के लिए उस वक्त फंस गए जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने रास्ते को अवरुद्ध कर दिया।
बयान में यह भी कहा गया कि मंत्रालय ने पंजाब सरकार से इस चूक के लिए जवाबदेही तय करने और कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा है। जिस वक्त यह घटना हुई, उस वक्त प्रधानमंत्री बठिंडा से हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक की ओर जा रहे थे।

इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पंजाब इकाई के अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक के लिए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार को दोषी ठहराया। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री की रैली से कांग्रेस डर गई थी इसलिए उसने उनके कार्यक्रम को अवरुद्ध करने की हरसंभव कोशिश की। मोदी दो साल के अंतराल के बाद आज पंजाब पहुंचे थे। विवादास्पद कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने के बाद यह राज्य में उनका पहला दौरा था। इन कानूनों को लेकर किसानों ने लगभग एक साल तक दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन किए थे।

प्रधानमंत्री फिरोजपुर में चंडीगढ़ स्थित स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (पीजीआईएमईआर) के उपग्रह केंद्र और दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे सहित 42,750 करोड़ रुपये से अधिक की लागत की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करने वाले थे। इनमें अमृतसर-ऊना खंड को चार लेन में परिवर्तित करना, मुकेरियां-तलवाड़ा रेल लाइन का आमान परिवर्तन और कपूरथला एवं होशियारपुर में दो नये चिकित्सा महाविद्यालयों की स्थापना संबंधी परियोजनाएं भी शामिल थी।