कोरोना वायरस : राज्य में आठ जगहों पर स्राव नमूनों की जांच के लिए प्रयोगशालाएं शुरू की जाएंगी : स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे



-राज्य में 700 वेंटिलेटर, 600 आइसोलेशन बेड तैयार

-केन्द्र शासन से 10 लाख जांच किट्स मिलेंगी

पुणे, 18 मार्च (जिमाका):
 राज्य में आठ स्थानों पर स्राव नमूनों की जांच के लिए प्रयोगशाला शुरू करने का निर्णय लिया गया है। कल से तीन जगहों पर लैब शुरू होने वाली हैं। मुंबई के केईएम और कस्तूरबा अस्पताल में एक और नई प्रयोगशाला, बीजे मेडिकल कॉलेज, पुणे में एक नई परीक्षण प्रयोगशाला कल से शुरू की जाएगी। हाफकिन में और दो प्रयोगशाला अगले चार दिन शुरू होंगी। धुलिया, औरंगाबाद और सोलापुर में भी प्रयोगशाला शुरू करने की हमारी कोशिश है। इन प्रयोगशालाओं के लिए एनआईवी से उपकरण मिलेंगे। केन्द्र शासन से 10 लाख जांच किट्स मिलने की जानकारी स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने दी है।
 कोरोना संक्रमण की पृष्ठिभूमि पर शुरू उपाय योजना की समीक्षा लेने के लिए स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे पुणे आए हुए थे। उन्होंने राष्ट्रीय विषाणु संस्था को भेट दी। उसके बाद जिलाधिकारी कार्यालय में आयोजित पत्रकार परिषद में वे बोल रहे थे। यहां विधायक सुनील टिंगरे, विभागीय आयुक्त डॉ. दीपक म्हैसेकर, जिलाधिकारी नवल किशोर राम, पुणे महानगरपालिका आयुक्त शेखर गायकवाड, पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका आयुक्त श्रावण हर्डीकर, पुणे महानगरपालिका के अतिरिक्त आयुक्त रुबल अग्रवाल, सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग की संचालक डॉ. अर्चना पाटिल, स्वास्थ्य विभाग के पूर्व महासंचालक डॉ. सुभाष सालुंके आदि उपस्थित थे।
 स्वास्थ्य मंत्री श्री टोपे ने बताया कि राज्य में 700 वेंटिलेटर, 600 आइसोलेशन बेड्स तैयार हैं। निजी अस्पतालों में आइसोलेशन बेड रखना अनिवार्य किया गया है। पुणे के नायडू अस्पताल में 100 और वाईसीएम अस्पताल में 60 आइसोलेटेड बेड्स की व्यवस्था की गई है। नायडू अस्पताल में आठ कोरोना संक्रमित मरीजों का उपचार शुरू है।
 स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि एनआईवी संस्था की लैब 50 से 60 देशों की अन्य लैबों से जोड़ दी गई है। यहां शोधकर्ताओं से कोरोना के बारे में चर्चा की। कोरोना जांच के लिए एक प्रोटोकॉल है। संबंधित की ट्रैवल हिस्ट्री और कोरोना के लक्षण होने पर ही जांच की जाती है। अभी राज्य में चार जगहों पर जांच लैब शुरू है। केन्द्र शासन को 10 लाख किट्स ऑर्डर दिए गए हैं। कल और तीन जगहों पर लैब शुरू की जाएगी। आगे चार दिनों में पांच लैब, इस प्रकार आठ लैब शुरू की जाएंगी।
 उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया के जरिए किसी भी तरह की अफवाह न फैलाएं। 
सूचना के अधिकृत स्रोतों के बिना आश्वस्त हुए अधूरी, आंशिक रूप से, गलत या भ्रामक जानकारी न फैलाएं। ऐसे लोगों के खिलाफ साइबर पुलिस विभाग कार्रवाई करेगा। जिन व्यक्तियों की रिपोर्ट नकारात्मक आने के बाद घर छोड़ दिया गया है, उन व्यक्तियों के हाथ पर ‘होम क्वारंटाईन’ नामक मोहोर लगा दी गई है। इन व्यक्तियों को 14 दिन तक किसी के भी संपर्क में आने के लिए मना किया