COVI - SAFE : कोरोना मरीजों के लिए नागपुर में बनाई गई भारत की पहली यातायात व्यवस्था, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा लोकार्पण



लोकतंत्र की आवाज़ ,न्यूज़ नेटवर्क 
नागपुर, 03 अप्रैल :कोरोना मरीजों को संभालना ,एक जगह से दुसरे स्थान ले जाना यह स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्य करने वालो लोगों के लिए जानलेवा हो सकता हैं। कोरोना के मरीजों को एम्बुलेंस में ले जाना ,एक बेड से दुसरे बेड पर ,सामान्य वार्ड से आईसीयू में। एक्सरे ,सीटी स्कैन ,MRI जैसी जांचो के लिए लेकर जाने से इन स्थानों पर कार्यरत लोगों को कोरोना के संक्रमण का खतरा रहता हैं। डॉक्टर, नर्से, परिचारक, सफाईकर्मी, ड्रायव्हर,सुरक्षा कर्मी के साथ इन स्थानों में तैनात सभी को लोगों की जान को खतरे में पड़ सकती हैं। इस परिस्थिति में कोरोना मरीजों के लिए ऐसी यातायात व्यवस्था की आवश्यकता थी जो सभी स्वास्थ्य कर्मियो और आसपास के लोगों के लिए सुरक्षित हो ,इस बात को ध्यान में रखकर शहर के ऑरियस इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस( A State of Art Multi-specialty Hospital )  के डॉक्टरों ने सामने आकर स्वयं के पैसे से एक अनोखी यातायात व्यवस्था बनाई हैं,जो भारत का पहला मेक इन इंडिया उत्पादन हैं। इस यातायात व्यवस्था में मरीज को एक पारदर्शी बंद उपकरण में रखा जाता हैं। इस उपकरण में ऑक्सीजन सप्लाई हमेशा शुरू रहता हैं, मरीज को किसी भी तरह तकलीफ नहीं होंगी ऐसी यह व्यवस्था हैं। मरीज बाहर के लोगों से बातचीत भी कर सकता हैं। 
व्हेंटिलेटर लगे मरीज को भी इसमें सुरक्षित तरह से ले जाया सकता हैं। डॉ.अनंतसिंह राजपूत , डॉ. परीक्षित महाजन की संकल्पना और मेहनत से और इनके स्वयं के पैसे से यह उपकरण बना हैं। की इनोवेशन के डॉ.अमोल कडु इन्होने भी इसमें सहयोग दिया हैं। केंद्रीय मंत्री श्री नितीन गडकरी इस COVI - SAFE transport system ने सोशल डिस्टंसिंग चे नियम का पालन कर इसका लोकार्पण किया। इस मौके पर राज्यसभा सांसद पद्मश्री डॉ.विकास महात्मे , इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय के डीन डॉ. केवलीया प्रमुखता से उपस्थित थे। केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गड़करी ने इस यातायात व्यवस्था की तारीफ कर मेयो के डीन डॉ. केवलीया को कोरोनाग्रस्त मरीजों के उपयोग के लिए यह उपकरण सौपा.