मोहुर्ली व मदनापुर ग्रापं ने पारित किया प्रस्ताव
चंद्रपूर ,10 जुलाई (का प्र) : चंद्रपूर जिले का विश्व प्रसिद्ध ताडोबा बफर जोन में पर्यटको के आने पर गांव में कोरोना संक्रमण बढ़ने का खतरा बढ़ गया था । बरसात के दिनों में बंद रहने वाली ताड़ोबा सफारी 1 जुलाई से शुरू की गई।
लॉकडाउन के दौरान इसे बंद रखा गया था। ताड़ोबा राष्ट्रीय व्याघ्र प्रकल्प में बाघ के स्वच्छंद विचरण को देखने पुणे, नाशिक, नागपुर, अमरावती, अकोला, यवतमाल जिले के साथ हाटस्पाट रेड जोन जिलों के पर्यटक आ रहे हैं। चिमूर तहसील में एक कोरोना बाधित पाया गया है। इसलिए परिसर को 3 दिनों के लिए लॉकडाउन कर दिया गया है। कोरोना मुक्त चिमूर में पहला रोगी मिलने से लोगों में डर बढ़ गया है। बफर जोन में पर्यटकों के लिए सफारी शुरू की गई है।
जिसके बाद चिमूर तहसील की मदनापुर और मोहुर्ली ग्राम पंचायत ने प्रस्ताव पारित कर ताड़ोबा के कोलारा व मदनापुर प्रवेश गेट बंद कर दिए हैं। अंतत: ताड़ोबा प्रकल्प संचालक ने अलिझंझा गेट से पर्यटकों को प्रवेश देना शुरू किया है। जिसके बाद इस गेट पर पर्यटकों की भीड़ बढ़ गई है।
ताडोबा में वर्तमान में ऑनलाइन बुकिंग की बजाय आन द स्पाट बुकिंग की शर्त रखी गई है। इसलिए पर्यटकों की भीड़ बढ़ रही है। हाटस्पाट और रेड जोन से आने वाले पर्यटकों की वजह से गांव में कोरोना फैलने की आशंका से ग्रामीण डरे है। जिसके कारण उन्होंने एकजुट होकर यह निर्णय लिया।
ताड़ोबा के कोलारा व मदनापुर गेट बंद किए जाने के बाद ताड़ोबा प्रबंधन ने पर्यटकों के लिए अलिझंझा बफर गेट शुरू किया है। चिमूर तहसील का एक ही गेट शुरू होने से जिले के बाहर से आने वाले पर्यटकों की भीड़ यहां बढ़ने लगी है। बुकिंग के लिए लंबी कतार लगती है। लोगों ने कहा कि इससे कोरोना संक्रमण बढ़ सकता है। इसलिए प्रशासन ने उचित कदम उठाने चाहिए।