नहीं रहे बिहार की राजनीति के धुरंधर रघुवंश प्रसाद सिंह, दो दिन पहले ही दिया था RJD से इस्तीफ़ा #RaghuvanshPrasadSingh #RJD

नहीं रहे बिहार की राजनीति के धुरंधर रघुवंश प्रसाद सिंह, 

दो दिन पहले ही दिया था RJD से इस्तीफ़ा

नई दिल्ली , 13 सितंबर : बिहार की राजनीति के धुरंधर और पूर्व केन्द्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह नहीं रहे। वो कुछ वक़्त से बीमार चल रहे थे और दिल्ली एम्स में इलाज के लिए भर्ती थे। दो दिन पहले ही उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल से इस्तीफ़ा दिया था। उनके अचानक निधन से राजनीतिक जगह में शोक की लहर दौड़ गई। रघुवंश प्रसाद सिंह राजद के संस्थापक सदस्यों में से एक थे और लालू यादव के बेहद करीबी थे। राजनीति में दोनों का साथ कई वर्षों का था। कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए-1की सरकार में उन्होंने ग्रामीण विकास मंत्रालय का कार्यभार संभाला था।
शुक्रवार देर रात अचानक ही रघुवंश प्रसाद सिंह की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें वेटिंलेटर सपोर्ट पर रखा गया। डॉक्टर लगातार उनकी सेहत की निगरानी कर रहे थे लेकिन तबीयत लगातार बिगड़ रही थी। इस बीच रविवार को परिजनों ने उनके निधन की पुष्टि की।
एक दिन पहले ही उन्होंने एक लम्बी चिट्ठी लिखते हुए राजद से अपनी नाराजगी का कारण बताया था। उन्होंने अपनी चिट्ठी में लिखा था कि ‘महात्मा गांधी, बाबू जयप्रकाश, डॉ. लोहिया, बाबा साहेब और जननायक कर्पूरी ठाकुर के नाम और विचारधारा पर लाखों लोग लगे रहे, कठिनाईयां सहीं, लेकिन डगमग नहीं हुए, लेकिन अब समाजवाद की जगह सामंतवाद, जातिवाद, वंशवाद, परिवारवाद, संप्रदायवाद आ गया। यह सभी उतनी ही बुराईयां हैं, जिसके खिलाफ समाजवाद का जन्म हुआ था। अब पार्टी के पोस्टरों पर महापुरुषों की जगह एक परिवार के 5 सदस्यों की तस्वीर होती है। उनकी हाथ से लिखी चिट्ठी और दो लाइन में हाथ से लिखा गया इस्तीफ़ा सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था।