अमेरिका में गृहयुद्ध जैसे हालात , अमेरिकी संसद में हुई खूनी हिंसा #America

अमेरिका में गृहयुद्ध जैसे हालात 

अमेरिकी संसद में हुई खूनी हिंसा

अमेरिका में गृहयुद्ध जैसे हालात बन गए हैं..अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के समर्थक बुधवार को जबरन संसद कैपिटल हिल में घुस गए और जमकर हिंसा की। ट्रंप के समर्थक जब अमेरिकी लोकतंत्र के प्रतीक कहे जाने वाले कैपिटल हिल बिल्डिंग में घुसे उस समय सांसद जो बाइडेन को आधिकारिक रूप से चुनाव में जीत की घोषणा करने की तैयारी कर रहे थे।

ट्रंप समर्थक अचानक से संसद में घुसे और सुरक्षाकर्मियों को सांसदों को सेना के कैंप में ले जाना पड़ा। इस हिंसा में एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई है और आईडी के जैसा एक विस्‍फोटक भी बरामद हुआ है।

ट्रंप समर्थकों की हिंसा के बाद अब संसद भवन के अंदर बड़े पैमाने पर सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं और कार्यवाही अब फिर से शुरू हो गई है। उधर, ट्रंप के विरोधियों ने इसे गृहयुद्ध छेड़ने का प्रयास करार दिया है। इस बीच दुनियाभर के नेता इस हिंसा की आलोचना कर रहे हैं।

गौरतलब है कि डोनॉल्ड ट्रम्प चुनाव हार चुके हैं, जो बाइडेन अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गए हैं। लेकिन ट्रम्प कुर्सी छोड़ने को तैयार नहीं हैं।

दंगों के दौरान महिला की गोली मारकर हत्या

अमेरिका की कैपिटल के अंदर गोली मारने वाली एक महिला की मौत हो गई। एएफपी ने बताया, "मेट्रोपॉलिटन पुलिस विभाग ने कहा कि वह शूटिंग की जांच का नेतृत्व कर रहा था। पुलिस ने तुरंत शूटिंग की परिस्थितियों के बारे में विवरण नहीं दिया।"

ट्रम्प समर्थकों को किसने भड़काया?

डेमोक्रेटिक पार्टी ने सीनेट पर नियंत्रण कर लिया, क्योंकि इसने जॉर्जिया में चुनावों में दो सीटों के लिए जीत हासिल की। अमेरिकी कांग्रेस के दोनों सदनों में राष्ट्रपति-चुनाव जो बिडेन को बहुमत दिया और ट्रम्प को भारी झटका दिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने  किया ट्वीट
अमेरिका में सत्ता हस्तांतरण से पहले दंगा और हिंसा की खबरों पर चिंता जताई है और कहा है कि सत्ता का हस्तांतरण शांतिपूर्ण तरीके से होना चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया, "वाशिंगटन डीसी में दंगों और हिंसा की खबर देखकर व्यथित हूं। सत्ता का क्रमिक और शांतिपूर्ण हस्तांतरण जारी रहना चाहिए। लोकतांत्रिक प्रक्रिया को गैरकानूनी विरोधों के माध्यम से विकृत करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है।"