लॉकडाउन के खिलाफ गुस्सा
अमरावती जिलाधिकारी कार्यालय में धड़केगे व्यापारी
अमरावती, 01 मार्च : अमरावती में लॉकडाउन की घोषणा के बाद व्यापारियों के बीच तीव्र आक्रोश था। इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए, रविवार (28 फरवरी) को अमरावती के 17 अलग-अलग व्यापारी संगठनों के पदाधिकारियों की बैठक आयोजित की गई, जिसमें अमरावती MIDC एसोसिएशन के सुरेंद्र देशमुख, सराफा एसोसिएशन के राजेंद्र भंसाली और अन्य मौजूद थे। बैठक में कोरोना की वर्तमान स्थिति के साथ-साथ लॉकडाउन पर चर्चा की गई।
इस तथ्य के बावजूद कि 22 फरवरी से लॉकडाउन होने के बाद भी कोरोना रोगियों की संख्या को नियंत्रण में नहीं लाया गया है, नितिन मोहोड़ ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन ने एक बार फिर 8 मार्च तक लॉकडाउन बढ़ाकर व्यापारियों को निशाना बनाया है। व्यापारियों द्वारा आठ दिवसीय लॉकडाउन देखी गई, लेकिन स्थिति में सुधार नहीं हुआ। तो अब आठ दिन का और इंतजार क्यों करें? उसने ऐसा सवाल किया। यदि हां, तो प्रशासन को व्यापारियों को मुआवजा देना चाहिए, यह मांग की गई । बैठक में वहीद खान, मो शाहिद के साथ, भांगर एसोसिएशन, टेक्सटाइल एसोसिएशन, सराफा एसोसिएशन, होटल रेस्तरां और बार एसोसिएशन सहित 17 व्यापार संघों के पदाधिकारी मौजूद थे।
प्रशासन ने मरीजों की बढ़ती संख्या को व्यापारियों से जोड़ दिया है। सवाल उठता है कि क्या प्रशासन व्यापारियों को मुआवजा देगा ? अगर लॉकडाउन नहीं हटाई गई तो अमरावती शहर के कारोबारी मंगलवार से अपने-अपने प्रतिष्ठान फिर से खोल देंगे और प्रशासनिक कार्रवाई का सामना करेंगे, नितिन मोहोड़ ने चेतावनी दी।