CORONA VIRUS UPDATE : कोरोना का नया स्ट्रेन लोगों को 1 मिनट में कर रहा है संक्रमित , सबसे ज्यादा युवा प्रभावित #Corona 1 #MinuteMeSankramit #युवा

CORONA VIRUS UPDATE : कोरोना का नया स्ट्रेन लोगों को 1 मिनट में कर रहा है संक्रमित 

सबसे ज्यादा युवा प्रभावित

नई दिल्ली: देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों ने सभी को हैरान-परेशान कर दिया है। डॉक्टर भी कोरोना के नए स्ट्रेन (new variants of Corona) से हैरान हैं। क्योंकि नए स्ट्रेन में जरा सी लापरवाही खतरनाक साबित हो रही है। विशेषज्ञों के मुताबिक इस बार कोरोना वायरस इतना शक्तिशाली है कि किसी भी व्यक्ति को एक मिनट में संक्रमित कर सकता है।

पिछली बार संक्रमित होने का समय क्या था:
दिल्ली के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के रेस्पेरेस्ट्री एक्सपर्ट डॉ. संजीव नय्यर के मुताबिक कोरोना का नया स्ट्रेन लोगों को इतनी तेजी से संक्रमित कर रहा है कि किसी कोरोना पॉजिटिव शख्स के साथ अगर आप एक मिनट तक संपर्क में रहते हैं तो फिर आपको संक्रमण हो सकता है। वहीं पिछली बार ऐसा नहीं था। तब संक्रमित होने में 10 मिनट लग रहे थे।

युवा सबसे ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं:
इसके साथ ही नए स्ट्रेन के बारे में एक और खुलासा हुआ है। पहले जहां कोरोना से बुजुर्गों को ज्यादा खतरा था। वहीं इस बार युवा सबसे ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं। आंकड़ों के लिहाज से देखें तो भारत दुनिया में सबसे ज्यादा युवा आबादी वाला देश है। ऐसे में भारत पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है। इस बार 30 से 40 साल के युवा सबसे ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं।

पकड़ में भी नहीं आ रहा कोरोना:
कोरोना ने नए स्ट्रेन में अपने स्वरूप में कई बदलाव किए हैं। पहली लहर में जहां RT PCR टेस्ट को गोल्डन स्टैंडर्ड बताया गया था। वहीं नए स्ट्रेन में RT PCR टेस्ट पर भी सवाल खड़े होने लगे। इस बार कई मामलों में इसके रिपोर्ट निगेटिव आए हैं जबकि मरीज को कोरोना के सारे लक्षण हैं। वहीं इस मामले पर विशेषज्ञों का मानना है कि हो सकता है जिन मरीजों का नमूना लिया था उनके गले या नाक में उस वक्त वायरस नहीं हो। जबकि फेफड़ों तक संक्रमण पहुंच गया था। डॉक्टरों इसके पीछे एक तथ्य को जोड़ते हैं, कहते हैं वायरस ने खुद को ACE Receptors से जोड़ लिया था, जो कि फेफड़ो की कोशिकाओं में पाए जाने वाला एक तरह का प्रोटीन होता है। इसलिए जब फेफड़ों से फ्लूइड सैंपल लिया गए, तो उसमें कोरोना संक्रमण की पुष्टी हुई। जबकि मुंह या नाक से सैंपल लेने पर रिपोर्ट निगेटिव आए।