Dominos Pizza : डोमिनोज़ पिज्जा के 10 लाख ग्राहकों की क्रेडिट कार्ड डिटेल चोरी , 4 करोड़ में बिकी लीक जानकारी Cyber Attack

Dominos Pizza : डोमिनोज़ पिज्जा के 10 लाख ग्राहकों की क्रेडिट कार्ड डिटेल चोरी 

4 करोड़ में बिकी लीक जानकारी

 नई दिल्ली , 20 अपैल : अगर आप भी डोमिनोज़ के पिज्जा के शौकीन हैं तो आपके लिए चेतावनी है। ताजा रिपोर्ट के अनुसार पिज्जा चेन डोमिनोज़ के लाखों ग्राहकों के क्रेडिट कार्ड डिटेल ऑनलाइन लीक हो गए हैं। इजरायल की साइबर टेक्नोलॉजी इंटेलिजेंस फर्म हडसन रॉक के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी, एलोन गैल के ट्वीट के अनुसार, 13 टेराबाइट डेटा लीक हुआ है। उन्होंने रविवार को ट्वीट किया कि डेटा में 180 मिलियन ऑर्डर का विवरण शामिल हैं, जिसमें फोन नंबर, ईमेल, पते, भुगतान विवरण शामिल हैं। साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि करीब 10 लाख क्रेडिट कार्ड डिटेल लीक हुई है। यह डेटा डार्क वेब पर बिक्री के लिए उपलब्ध था।
हैकर इस डेटा के लिए 550,000 डॉलर यानि लगभग 4 करोड़ रुपये मांग रहे हैं
डोमिनोज इंडिया के प्रवक्ता ने कहा जुबिलेंट फूडवर्क्स ने हाल ही में इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी हमले का अनुभव किया। हालांकि कंपनी ने कहा है कि किसी भी व्यक्ति की वित्तीय जानकारी से संबंधित कोई डेटा चोरी नहीं हुआ है और इस डेटा लीक का कोई परिचालन या व्यावसायिक प्रभाव नहीं हुआ है। कंपनी के अनुसार हम वित्तीय जानकारी स्टोर नहीं करते हैं। हमारे ग्राहकों का विवरण या क्रेडिट कार्ड डेटा, इस प्रकार ऐसी कोई भी जानकारी लीक नहीं हुई है। हमारे विशेषज्ञों की टीम मामले की जांच कर रही है और हमने इस घटना को रोकने के लिए आवश्यक कार्रवाई की है। जुबिलेंट फूडवर्क्स डोमिनोज इंडिया की मूल फर्म है।
राजशेखर राजाहरिया, साइबर सुरक्षा शोधकर्ता, जिन्होंने पिछले महीने भुगतान फर्म मोबिक्विक में एक बड़े डेटा लीक के बारे में उपयोगकर्ताओं को पहली बार चेतावनी दी थी, उन्होंने कहा कि उन्होंने मार्च में डोमिनोज डेटा लीक के बारे में सरकार की साइबर इमरजेंसी आर्म ऑफ इंडिया कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम सीईआरटी-इन) को सतर्क कर दिया था। ।

फिर से बिग डेटा लीक!
डोमिनोज़ इंडिया के 13 टीबी डेटा सहित कथित रूप से 20 करोड़ ऑर्डर विवरण डॉमिनोज़ इंडिया सर्वर से लीक हुए हैं। डेटा में मोबाइल, ईमेल, नाम, घर का पता, भुगतान प्रकार और सामाजिक लॉगिन टोकन शामिल हैं। राजाहरिया ने सोमवार को ट्वीट कर आगे कहा कि डोमिनोज़ का डेटा पहले उसी हैकर के कब्जे में होने का दावा किया गया था जिसने मोबिक्विक डेटा एक्सेस किया था। यह लगता है, एक ही हैकर जिसने कथित तौर पर मोबिक्विक को हैक किया था, फरवरी 2021 से डोमिनोज़ एक्सेस कर रहा था।

​डोमिनोज से पहले इन कंपनियों का डेटा लीक
डोमिनोज़ इंडिया से पहले बिगबास्केट, बायऑकॉइन, जूसपे, अपस्टॉक्स आदि में भी डेटा लीक की खबरें आई थीं। पिछले 6 महीनों में सप्ताह में 1,681 बार हैकर्स ने भारतीय कंपनियों पर हमला किया गया है। यह वैश्विक स्तर पर 667 हमलों के वैश्विक औसत से 2.5 गुना अधिक है। भारत में उपयोगकर्ता डेटा ब्रीच मामलों या दंडात्मक कार्यों से संबंधित एक विशिष्ट कानून नहीं है जो अभी तक उसी से संबंधित है।

फेसबुक और लिंक्डइन में भी डेटा लीक
इस महीने की शुरुआत में, फेसबुक और लिंक्डइन के भारतीय उपयोगकर्ताओं के डेटा सहित लाखों उपयोगकर्ताओं की जानकारी लीक हुई थी। दोनों ने स्वीकार किया कि ग्राहक डेटा लीक हो गया था। दोनों ने कहा कि यह उनके सिस्टम से हैक नहीं किया गया था, लेकिन स्क्रैप किया गया था। इसका मतलब है कि किसी वेबसाइट से बहुमूल्य जानकारी निकालने के लिए एप्लिकेशन का उपयोग किया गया था।