यूक्रेन से लौटे मेडिकल स्टूडेंट्स को लेकर केंद्र का सुप्रीम कोर्ट में जवाब
नई दिल्ली: यूक्रेन से भारत लौटने वाले मेडिकल स्टूडेंट्स (Medical Students Return From Ukraine) को भारत के मेडिकल कॉलेज में एडमिशन देने वाले मामले में आज गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान केंद्र ने अपने जवाब में कहा कि इन छात्रों को भारत में एडमिशन दे पाना कानूनन संभव नहीं। केंद्र का कहना है कि यह लोग अपने यूक्रेन के कॉलेज से सहमति लेकर किसी अन्य देश के कॉलेज में डिग्री पूरी कर सकते हैं। सरकार ने इसकी मंजूरी दी है।
केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट में यह भी कहा कि यूक्रेन गए छात्र या तो NEET में कम अंक मिलने के चलते वहां गए या सस्ती पढ़ाई से आकर्षित होकर। अब अगर उनको भारत के बड़े कॉलेजों में जगह दी गई तो यह दूसरे प्रतिभाशाली छात्रों के साथ गलत होगा। फिर उनकी तरफ से मुकदमे दाखिल होंगे।
बता दें कि 7 सितंबर को राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) ने यूक्रेन से लौटे छात्रों के एडमिशन को लेकर आदेश जारी किया था। एनएमसी (NMC) ने यूक्रेन द्वारा पेश किए गए एकेडमिक मोबलिटी प्रोग्राम को मान्यता देने के लिए सहमती दे दी थी। हालांकि इन छात्रों को यूक्रेन की मूल यूनवर्सिटी से ही डिग्री प्रदान की जाएगी। इसके साथ ही एनएमसी ने इन छात्रों को दुनिया की किसी भी यूनिवर्सिटी से पढ़ाई पूरी करने की अनुमति दे दी थी।
इसके साथ ही रूस की कई यूनिवर्सिटीज भी भारतीय स्टूडेंट्स (Indian Students) को उनकी मेडिकल की पढ़ाई पूरी करने के लिए मदद देने के लिए आगे आई हैं। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान भारत सरकार ने कहा था कि यूक्रेन के इन भारतीय स्टूडेंट्स का मामला विचाराधीन है। यूक्रेन में लगभग 20 हजार भारतीय स्टूडेंट्स पढ़ाई कर रहे थे।
'It is not legally possible to give admission in India',
Center's reply in Supreme Court regarding medical students returned from Ukraine
New Delhi: A hearing was held in the Supreme Court on Thursday in the matter granting admission to medical students returning from Ukraine to India's medical college. During this, the Center said in its reply that it is not legally possible to give admission to these students in India. The Center says that these people can complete the degree in any other country's college with the consent of their Ukrainian college. The government has approved it.
The Center also told the Supreme Court that students who went to Ukraine either went there because they got low marks in NEET or were attracted by cheap studies. Now if they are given place in big colleges of India then it will be wrong with other talented students. Then cases will be filed on their behalf.
Let us inform that on 7 September, the National Medical Commission (NMC) had issued an order regarding the admission of students returned from Ukraine. The NMC has agreed to recognize the Academic Mobility Program offered by Ukraine. However, these students will be awarded degrees only from the original university in Ukraine. Along with this, NMC had allowed these students to complete their studies from any university in the world.
Along with this, many universities of Russia have also come forward to help Indian students to complete their medical studies. Earlier, during the hearing in the Supreme Court, the Government of India had said that the case of these Indian students of Ukraine is under consideration. About 20 thousand Indian students were studying in Ukraine.