शिक्षक केवल ज्ञान देने वाला ही नहीं, बल्कि विद्यार्थियों के जीवन को दिशा देने वाला होना चाहिए ! एक आदर्श शिक्षक में विद्या के साथ सदाचार, धैर्य, सहानुभूति और प्रेरणा देने की क्षमता होनी चाहिए!
शिक्षक का व्यवहार सरल और स्नेहपूर्ण होना चाहिए ताकि विद्यार्थी अपने मन की बात निःसंकोच कह सकें। उसे अपने आचरण से विद्यार्थियों को अनुशासन, परिश्रम और नैतिक मूल्यों की शिक्षा देनी चाहिए!
सच्चा शिक्षक वही है, जो सिर्फ़ किताबें नहीं पढ़ाता, बल्कि जीवन जीने की कला सिखाता है और देश और समाज को श्रेष्ठ नागरिक देता है !
🔹प्रा. डॉ. सोमानी जुगलकिशोर, चंद्रपुर
माजी अधिष्ठाता, गोंडवाना विद्यापीठ,
उपप्राचार्य, जनता महाविद्यालय, चंद्रपुर
A teacher should be conscientious
