पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने केंद्र सरकार के इस फैसले का विरोध किया , ताडोबा अंधारी टाइगर परियोजना में बंदर कोल ब्लॉक में कोयला खदान का , महाराष्ट्र राज्य में वन्यजीवों के नुकसान को बर्दाश्त नही करेंगे


पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने केंद्र सरकार के इस फैसले का विरोध किया

ताडोबा अंधारी टाइगर परियोजना में बंदर कोल ब्लॉक में कोयला खदान का

महाराष्ट्र राज्य में वन्यजीवों के नुकसान को बर्दाश्त नही करेंगे-आदित्य ठाकरे

मुंबई , 22 जून (प्रतिनिधि) : केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने देश के विभिन्न हिस्सों में कोयला खदानों की नीलामी की अनुमति दी है । इसमें ताडोबा -अंधारी टाइगर परियोजनाओं के पास की खदानें भी शामिल हैं। हालांकि, हम महाराष्ट्र राज्य में वन्यजीवों के नुकसान को बर्दाश्त नहीं कर सकते।  महाराष्ट्र के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने ट्विटर पर जानकारी दी कि उन्होंने इस संबंध में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को एक पत्र लिखा है ।
        आदित्य  ठाकरे ने जावडेकर से कहा।इससे पहले, इन क्षेत्र में खदानों की नीलामी 1999 और 2011 में निरीक्षण के बाद स्थगित कर दी गई थी।  अगर यहां खनन शुरू होता है, तो ताडोबा -अंधारी  टाइगर परियोजना बेल्ट में वन्यजीव नष्ट हो जाएंगे। फिर, क्यों हम इस व्यर्थ प्रक्रिया पर समय बिता रहे हैं, ऐसा सवाल आदित्य ठाकरे ने पूछा।  दस साल पहले, तत्कालीन केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश ने खनन की अनुमति देने से इनकार कर दिया और इस क्षेत्र में तबाही को रोक दिया। उन्होंने इस क्षेत्र का सर्वेक्षण किया था। तब यह निष्कर्ष निकाला गया कि क्षेत्र में खनन उचित नहीं था।  इसलिए, मैं एक बार फिर केंद्रीय पर्यावरण मंत्री  प्रकाश जावड़ेकर से ताडोबा और अंधारी बाघ परियोजना परिसर  की रक्षा करने का अनुरोध  करता हूं, ऐसा आदित्य ठाकरे ने जावड़ेकर से कहा है।