UP : अमेठी में हुई जमीन की सबसे बड़ी रजिस्ट्री , 161 करोड़ से ज्यादा के एक E - Payment ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, प्रशासन को सॉफ्टवेयर में करना पड़ा बदलाव

UP : अमेठी में हुई जमीन की सबसे बड़ी रजिस्ट्री , 161 करोड़ से ज्यादा के एक E - Payment ने तोड़े सारे रिकॉर्ड

प्रशासन को सॉफ्टवेयर में करना पड़ा बदलाव

अमेठी:  उत्तर प्रदेश का अमेठी (Amethi) जिला दीवाली (Diwali) के मौके प्रशासन के प्रयास से पूरे प्रदेश में स्टाम्प कलेक्शन के मामले में अव्वल बना है। इस दौरान अमेठी में उत्तर प्रदेश की सबसे महंगी रजिस्ट्री हुई है। अमेठी की मुसाफिरखाना तहसील में शुक्रवार को हुई एक रजिस्ट्री ने प्रदेश में अब तक हुई रजिस्ट्री में मिलने वाले स्टांप व रजिस्ट्री शुल्क के सभी पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। इस रजिस्ट्री को कराने वाली कंपनी ने 1.41 अरब से ज्यादा का स्टांप व 20.22 करोड़ से ज्यादा का रजिस्ट्री शुल्क ई-पेमेंट के जरिए प्रदेश सरकार के ख़जाने में जमा कराया है।

आदित्य बिड़ला ग्रुप की कंपनी ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने अपने ही ग्रुप की आदित्य बिरला नुवो लिमिटेड से शुक्रवार को 833.04 एकड़ यानी 1,332.86 बीघा की भूमि की लीज परिवर्तन कराया। लीज परिवर्तन यूपीएसआईडीए ने किया।

लीज परिवर्तन के लिए ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने एक अरब 41 करोड़ 59 लाख 51 हजार 408 रुपये (1,41,59,51,408 रुपये) बतौर स्टांप शुल्क और 20 करोड़ 22 लाख 78 हजार 940 रुपये (20,22,78,940 रुपये) का रजिस्ट्री फीस शुल्क दिया है। कंपनी ने ई-स्टांपिंग और रजिस्ट्री शुल्क की पूरी राशि रजिस्ट्री विभाग को इ-पेमेंट के जरिए दी है।
यह रजिस्ट्री शुक्रवार को ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड के ज्वाइंट प्रेसीडेंट सुरेश चंद्र डाड द्वारा कंपनी की तरफ से कराई गई। रजिस्ट्री होने के बाद उप निबंधक भानुप्रताप सिंह ने इसके दस्तावेज सुरेश चंद्र को सौंप दिया।

प्रशासन को सॉफ्टवेयर में करना पड़ा बदलाव

अमेठी की अपर जिलाधिकारी वंदिता ने बताया कि शुक्रवार को हुई यह रजिस्ट्री स्टांप शुल्क की दृष्टि से प्रदेश की अब तक की सबसे बड़ी रजिस्ट्री है। अपर जिलाधिकारी ने बताया कि अब तक रजिस्ट्री विभाग के सॉफ्टवेयर में शुल्क चुकाने की व्यवस्था 10 अंक तक थी। शुल्क 11 अंक में पहुंचने के कारण विभाग को साफ्टवेयर में बदलाव करना पड़ा।