E- Scooter Fire Incident : सरकारी रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा, इस कारण लग रही थी ई - स्कूटर्स में आग ! E-scooter fire incident: A big disclosure happened in the government report, due to this there was a fire in e-scooters!

E- Scooter Fire Incident : सरकारी रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा, 

इस कारण लग रही थी ई - स्कूटर्स में आग !

हाल ही में भारत में इलेक्ट्रिक स्कूटर (E-Scooters) में आग लगने की कई घटनाएं सामने आई हैं. यहां तक कि एक घटना में ई-बाइक में आग लगने से एक व्यक्ति और उसकी बेटी की मौत हो गई थी.

इन घटनाओं से सबक लेते हुए सरकार ने सुरक्षा के मद्देनजर जांच शुरू कर दी है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने दो सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया कि शुरुआती जांच के नतीजों में आग लगने का मुख्य कारण खराब बैटरी सेल (EV battery Pack) और मॉड्यूल को बताया गया है. सरकार ने तीन बड़ी कंपनियों के इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने के कारणों का पता लगाने के लिए इस जांच का गठन किया था.

ओला के केस में आग लगने का मुख्य कारण खराब बैटरी सेल बताया गया है. इसके अलावा बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम में भी कमी पाई गई है. हालांकि, ओला ने भी अपनी तरफ से एक बाहरी एक्सपर्ट एजेंसी नियुक्त की है, जो आग लगने के कारणों का पता लगाएगी. ओला का कहना है कि वो सरकार के साथ मिलकर इस मुद्दे पर काम कर रही है.

ओला अपने ई-व्हीकल में इस्तेमाल होने वाले बैटरी सेल को साउथ कोरियाई कंपनी एलजी एनर्जी सॉल्यूशन (LGES) से लेती है. LGES ने भारत की ओर से आधिकारिक रिपोर्ट जारी न होने का हवाला देते हुए इस रिपोर्ट पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. वहीं, ओला के प्रवक्ता ने बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम में किसी तरह की खराबी से इनकार किया और आग के लिए गर्मी से संबंधित घटना को जिम्मेदार ठहराया.

भारतीय स्टार्टअप ओकिनावा और प्योरईवी भी सरकार की जांच के घेरे में हैं. रॉयटर्स के मुताबिक, ओकिनावा के मामले में बैटरी के सेल और बैटरी मॉड्यूल में कमी पाई गई है. वहीं, प्योरईवी के ई-व्हीकल्स के बैटरी केस में दिक्कत है. हालांकि, लगातार आग लगने की घटनाओं को देखते हुए इन कंपनियों ने कुछ ई-स्कूटरों को रिकॉल भी किया था.

भारत में ई-व्हीकल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए केवल बैटरी पैक की टेस्टिंग होती है. देश में बैटरी के सेल टेस्ट करने का कोई प्रबंध नहीं है. भारत का लक्ष्य 2030 तक दोपहिया वाहनों की बिक्री में इलेक्ट्रिक व्हीकल की 80 प्रतिशत हिस्सेदारी करना है. लेकिन आग लगने की ताजा घटनाओं को देखते हुए जरूरी है कि बैटरी पैक के साथ ही बैटरी सेल की भी टेस्टिंग की जाए. हालांकि, इसके लिए देश में अलग इंफ्रास्ट्रक्चर और दूसरे खास इंतजाम करने होंगे.

E-scooter fire incident: A big disclosure happened in the government report.
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